What is Computer Virus Explain in Hindi | Computer Virus Kya Hota Hai full information in Hindi

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क्या आपके भी Computer में Virus आ गया है? 

क्या आप भी Virus की वजह से परेशान रहते हैं ?

आपके Computer में ये Virus कहाँ  से आ जाता है जानना चाहते हैं?

और इससे छुटकारा पाना चाहते हैं 

यदि हाँ तो आप बिल्कुल सही जगह पर आये हैं क्योंकि यहाँ पर आपको आपके सभी सवालो के जवाब मिल जायेंगे।

लेकिन..... क्या आपके पास समय है?


यदि आपके पास समय है तो इस पोस्ट को थोड़ा समय देकर पढ़िए आपको आपके सभी सवालो के जवाब मिल जायेंगे

और यदि आपके पास समय नहीं है तो आप अपने सवालो के जवाब कभी नहीं खोज पाएंगे


What is Virus in Hindi ? Virus क्या होता है?


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दोस्तों, यदि आप एक कम्प्यूटर यूजर हैं तो आपने निश्चित रूप से से Virus का नाम जरूर सुना होगा और कुछ न कुछ इसके बारे में जानते भी होंगे। 

और जानेंगे भी कैसे नहीं क्योंकि आज के समय में ये Virus word काफी कामन हो चुका है। जिसे आप हर युजर के मुंह से आसानी से सुन सकते हैं। 

आपका सिस्टम Slow चल रहा है बस ये बात किसी से पुछ भर लो वो तुरन्त सबसे पहले यहीं जवाब देगा कि लगता है तुम्हारे सिस्टम में Virus आ गया है।

System Hang हो रहा है किसी से पूछ लो बस यही जवाब मिलेगा कि ये Virus के कारण हो सकता है। तो ऐसे जवाब देने वाले आपको बहुत सारे लोग मिल जाएंगे।

हालांकि ऐसे जवाब देने वालों में से अधिकतर लोगों को Virus या सिस्टम में प्राब्लम के बारे में कुछ खास पता नहीं होता है लेकिन वो फिर भी ऐसे ही कह देते हैं यानि एक तरीके से तुक्का मारते हैं।

लेकिन ऐसा जरूरी नहीं होता है कि आपके सिस्टम में जो-जो परेशनियां आ रही हैं वो Virus की ही वजह से हो। इसके और भी बहुत से कारण हो सकते हैं। 

ध्यान दें-

मैं यहां पर ये बिल्कुल भी नहीं कह रहा हूं कि Virus की वजह से सिस्टम में कोई दिक्कत आती ही नहीं है। बिल्कुल आती हैं Virus की वजह से आपके सिस्टम में ना ना प्रकार की दिक्कतें शुरू हो जाती हैं। लेकिन लोग इसे समझ नहीं पाते हैं कि ये प्राब्लम Virus की वजह से है या किसी और कारण से है।

तो इसका मेन कारण कहीं न कहीं जानकारी का अभाव ही है। ऐसे लोगों को बस यही पता होता है कि ये Virus Computer के लिए अच्छा नहीं होता है। इसके अलावा उन्हें कुछ विशेष जानकारी नहीं होती है। 

जैसे-

Virus असल में क्या होता है?

ये कैसे किसी Device में आ जाता है? 

इसकी पहचान क्या है? 

ये किस हद तक हमें नुकसान पहुंचा सकता है? 

और इससे दूर करने व बचने के क्या-क्या उपाय हैं?

और इसी अभाव के कारण जब वो किसी परेशानी में कभी फंस जाते हैं तो उन्हें समझ नहीं आता है कि ये उनके साथ क्या हो गया या क्या हो रहा है।

क्योंकि न तो उन्हें इसकी प्रापर जानकारी थी और न ही उन्होंने कभी इसको लेने की कोशिश की। और इसीलिए उनके साथ ऐसा हो गया।

लेकिन आपके साथ ऐसा कुछ न हो इसीलिए आज के पोस्ट में हम Virus के बारे में विस्तार से जानेंगे और समझेंगे।

तो चलिए शुरू करते हैं-

तो चलिए सबसे पहले जानते हैं कि ये Virus क्या होता है?

दोस्तों, Virus शब्द को सुनते ही हमारे दिमाग में कीड़े-मकौड़े, कीटाणु-जीवाणु इत्यादि जैसी इमेज बनने लगती है। क्यों बनती है कि नहीं। बिल्कुल बनती है तो क्या यही Virus होता है?

तो देखिए, यदि हम मानव शरीर की बात करें तो हां, मानव शरीर में ऐसा होता है लेकिन यदि हम बात Digital Devices की करें तो यहां पर ऐसा कुछ नहीं होता है।

Virus असल में एक छोटा सा Coding Software होता है जिसे एक Genuine Software की तरह Expert Engineers द्वारा Develop कराया जाता है।

लेकिन ऐसे Software Program को Develop करने का मकसद गलत होता है। यानि ऐसे Softwares को हर उस Device को नुकसान पहुंचने के लिए बनाया जाता है। जो किसी न किसी तरीके से Internet से Connect हो, Networking से Connect हो।

बस ये किसी तरह से किसी Computer में आ जाय बस इसके बाद ये अपना काम शुरू कर देता है। 

तो आप समझ गये होंगे कि Virus क्या होता है और इसे क्यों बनाया जाता है।

अब बात करते हैं कि ये Virus आया कहां से?

तो देखिए इसके लिए आपको थोड़ी History Rewind करनी पड़ेगी।

तो चलिए थोड़ा Flash Back में चलते हैं।


History of Virus-

तो देखिए, Virus को बनाने का काम कोई नया नहीं है इसे काफी समय से बनाया जा रहा है। 

पहला Virus 1970 के दशक में Robert Thomas द्वारा बनाया गया था जिसका नाम Creeper था जो Internet पर फैला था। यह Tenex Operating System के माध्यम से किसी भी Link या Connected Modem का यूज कर सिस्टम को नुकसान पहुंचाने का काम करता था। 

उस समय ये Virus यदि किसी सिस्टम में आ जाता था या किसी सिस्टम को Affected कर देता था तो वो उस Computer के Monitor पर एक Massage Show होता था जो कि था कि "I am Creeper catch me if you can"

ये एक Self Replicate Virus था यानि ये सिस्टम में आने के बाद अपनी Duplicate Copies बहुत ही तेजी के साथ बनाता था जिस कारण से इसे पकड़ पाना काफी मुश्किल भरा काम होता था। 

इस समस्या को देखते हुए और इससे निपटने के लिए एक Anti Virus को बनाया गया जिसका नाम Reaper रखा गया। ये Anti Virus Creeper को Remove करने का काम करता था। 

अब बात करते हैं Computer में फैलने वाले पहले Virus के बारे में।

Computer में फैलने वाला पहला Virus Elk Cloner था जिसे 1982 में Richard Skrenta ने बनाया था। जो कि Apple 2nd Operating System को खराब किया था। ये Virus Floppy Disk के माध्यम से फैलता था।

इस Virus को Game के रूप में मजाक करने लिए बनाया गया था जिसे बाद में Floppy Disk में खेलने के लिए डाल दिया गया। ये Virus 49वीं बार तक आपको कोई नुकसान नहीं पहुंचाता था लेकिन जैसे ही इसकी Half Century पूरी होती थी यानि जैसे ही ये 50वीं बार प्ले किया जाता था ये सक्रिय हो जाता था। और आपके Computer को नुकसान पहुंचाना शुरू कर देता था।

C Brain Virus - ये Virus Microsoft DOC पर फैलने वाला पहला वायरस था जिसे 1986 में पाकिस्तान के दो भाईयों ने मिलकर बनाया था जो कि एक Boot Sector का वायरस था। जो Floppy Disk में घुसकर Boot Sector को नष्ट करता था।

और इसी प्रकार से बहुत सारे Virus बनते चले गये और आज भी बनते चले आ रहे हैं। और उन Viruses की बहुत सारी Types भी हैं। Virus खुद ही एक प्रकार का टाइप है। जो किसी दूसरे प्रकार के वायरस के अन्तर्गत आता है।

चलिए अब हम उसके बारे में जानते हैं-


Malware -


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दोस्तों, Malware दो शब्दों से मिलकर बना है Mal मतलब Malicious और Ware मतलब Software यानि दोनों मिलाकर हुआ Malicious Software। 

Malicious Software यानि एक ऐसा Software जो आपके Computer के लिए कहीं से भी सही नहीं है। क्योंकि यदि ये आपके सिस्टम में आ जाय तो ये आपको काफी नुकसान पहुंचा सकता है।

Malicious के कई प्रकार होते हैं जैसे-

Virus

Worms 

Trojan Horses

Spyware                           

Adware 

Ransomware इत्यादि।


ध्यान दें-

जब भी कभी कोई Malicious Software बनाया जाता है तो उसे किसी न किसी चीज को Target करने के लिए ही बनाया जाता है। क्योंकि सभी का अपना अलग-अलग कार्य होता है। कोई किसी काम के लिए बनाया जाता है और कोई किसी काम के लिए बनाया जाता है। लेकिन ले-देकर वो सारे आपको नुकसान ही पहुचाने का काम करते हैं।

तो चलिए बारी-बारी सभी के बारे में जानते हैं-

Virus-

Virus एक प्रकार का Malicious Software होता है जिसके बारे में हम अभी उपर जान चुके हैं।

अब बात करते हैं इसके यानि Virus के प्रकार की-

जिस प्रकार Malware के कई प्रकार होते हैं उसी प्रकार Virus के भी कई प्रकार होते हैं चलिए उनके बारे में जानते हैं-


Boot Sector Virus-

Boot Sector  Virus Floppy Disk, Hard Disk के Boot Sector में Load रहते हैं क्योेंकि ये सिस्टम में Windows Load करते समय ही CD, DVD या Pen Drive के माध्यम सिस्टम में Install हो जाते हैं और ये तब तक नहीं जाते तब तक की आप सिस्टम को फिर से Format न कर दे।

दरअसल Boot Sector के Virus Pirated Windows में पहले से ही Attach होते हैं तो जब उन Pirated Windows को System में Load किया जाता है तभी ये सिस्टम में आ जाते है। Boot Sector का Virus Booting को Slow करता है जिस कारण से आपका सिस्टम काफी Slow Start होता है।


Stealth Virus - 

जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है कि ये एक चोर/गुप्त वायरस होता है जो अपनी पहचान छूपाकर किसी कम्प्यूटर में प्रवेश कर जाता है। और यूजर को पता भी नहीं चलता है। और ये Computer में आ जाने के बाद अपनी पहचान अपने रूप को बदलता रहता है। ताकि ये Anti-Virus की पकड़ में आने से बचा रहे। 

और इसीलिए ये आपके Anti-Virus को ये Show कराता है कि वो आपके OS की जरूरी File है या वो किसी Program की जरूरी File है। जिस कारण से आपका Anti-virus इसे आसानी से पकड़ नहीं पाता है।  


Macro Virus-

Macro Virus एक ऐसा Virus होता है जो Specially Microsoft Office के Documents को ही Target करता है। और आपके Word, Excel, Power Point के Files को नुकसान पहुचाता है।


Polymorphic Virus-

यह Virus एक ऐसा Virus होता है जो आपके सिस्टम में आने के बाद ये आपने आपको Self Replicate करना शुरू  कर देते हैं। यानि किसी Files या Folder का Duplicate बनाना शुरू कर देते हैं। और इसके द्वारा बनाये गये हर Duplicate का भी यही काम होता है कि वो अपने आपको Self Replicate करते रहें। 

और इस तरह ये सारे मिलकर आपका Storage Drive को Full करना शुरू कर देते है। और चुंकि ये एक Self Replicate Virus होता है जो अपनी संख्या काफी तेजी से बढ़ाने लगता है जिस कारण से इसे किसी Anti-virus के द्वारा Detect कर पाना काफी मुश्किल होता है।  


Overwrite Virus-

इस प्रकार के Virus आपके Files या Documents के Original Contents को Remove कर वहा पर अपने Malicious Content को Write कर देते है। या आपके Original Documents में Modification कर देते हैं। 

और खास बात तो ये है कि Content Over Write करने के बावजूद भी उस Files की Size Same Original की ही तरह रहती है। इस प्रकार के वायरस E-mail के माध्यम से ही आपके सिस्टम में प्रवेश कर जाते हैं। और जल्दी किसी Anti-virus की पकड़ में नहीं आते है।


File Or Infector Virus- 

यह Virus एक विशेष प्रकार के Program File Extension .comऔर .exe को Target करता है और इन Extension वाली Files को नुकसान पहुचाने का काम करता है। या यू कहें की ये Virus इस Extension वाली Files के साथ पहले से ही Attach रहते हैं और जब इन्हें Execute किया जाता है तो ये सक्रिय हो जाते है। और उन Files को नष्ट कर देते है।


Multipartite Virus-

यह Virus एक ऐसा Virus होता है जो आपके Computer के Boot Sector और Executable Files / Programs दोनों को एक ही साथ एक ही समय में नुकसान पहुचाता है यह वायरस बहुत ही तेजी के साथ बढने वाला वायरस होता है। इस प्रकार के वायरस ज्यादातर Cyber Attach से सम्बन्धित होते है।


Resident Virus-

Resident virus एक ऐसा वायरस होता है जो आपके सिस्टम के Ram में अपने आपको स्थापित कर लेता है। और जैसे ही आप अपने सिस्टम को On करते है ये सक्रिय हो जाता है। और आपके काम में बाधा डालने का काम करने लगता है।

ये Virus भी अपने आपको Double करने का काम करता रहता है जिस कारण से ये आपके Ram का काफी Space Acquire कर लेता है जिस कारण से आपका सिस्टम काफी Slow Work करता है। 

Resident Virus को कई प्रकार का बनाया जाता है। इसके कुछ Virus काफी तेजी के साथ अपना काम करते हैं वही कुछ थोड़ा Slow काम करते है। ये Virus छुपकर अपना काम करते रहते हैं और Anti-Virus के भी पकड़ में आने से बचते हैं। 

और यदि ये Anti-Virus की पकड़ में आ भी जाए तो कोई फर्क नहीं पड़ता है क्योंकि ये Self Replicate वाले Virus होते है। इसलिए एक के पकड़ में आ जाने के बाद दूसरा वाला किसी और Location पर स्थापित हो कर वहां अपना काम करना शुरू कर देता है।


Direct Action Virus / Non-Resident Virus -

यह Virus Resident Virus की तरह Computer के Ram में Store नही रहते हैं बल्कि ये किसी Program या किसी File के साथ जूड़े रहते हैं। और ये तब तक सक्रिय नहीं होते हैं जब तक की यूजर उस File या Program को Execute न करें। इस Virus का काम भी अपने आपको Self Replicate करना और बाकी Files को Infect करना होता है।


Fat Virus 

Fat Virus मतलब File Allocation Table Virus। इस प्रकार के Virus Hard Disk में रहने वाले Fat File को संक्रमित करते हैं और Directory के अन्दर मौजूद समस्त Data को खराब करने का काम करते है।


Browser Hijacker Virus 

आज जमाना Internet का है आज के समय मे Internet पर हमारी निर्भरता अत्यधिक बढ़ चुकी है और बढ़ती ही जा रही है। हर व्यक्ति Internet का यूज धड़ल्ले से कर रहा है। 

जैसे - Online Movie, Online Game, Online Software and Many Websites

तो ऐसे में आपके Computer में Virus के Attach काफी बढ़ जाता है। क्योंकि हम तरह-तरह की चीजों से रूबरू होते रहते हैं। तो ऐसे में हम कभी-कभी गलत Sites इत्यादि पर चले जाते हैं। और ऐसे में वायरस हमारे Computer में चला आता है और हमें पता भी नहीं चलता है।

दरअसल Browser Hijacker Virus कुछ इस प्रकार काम करता है कि जब आप किसी Site का URL Search Bar में डालते है तो ये करता ये है कि वो आपके URL को Change कर देता है और आपको दूसरे Site पर Redirect कर देता है यानि आपको जाना कहीं और होता है और आप पहुंच जाते है कही और ।

और आपको वहां Redirect करने के बाद आपको नाना प्रकार के Ads दिखाए जाते है ।


Networking Virus 

Network Virus मुख्य रूप से LAN यानि Local Area Network के माध्यम से फैलते हैं। और इस वायरस के फैलने के बाद LAN Network पूरी तरह से प्रभावित हो जाता है जिस कारण से इसका असर Performance पर पड़ता है । इस Virus के कारण Networking के माध्यम से एक Computer से दूसरे Computer को Access कर पाना काफी मुश्किल हो जाता है। 

Network Virus Networking का यूज़ करके एक Computer से दूसरे Computer में पहुंच जाते हैं । और उस Networking माध्यम से जितने भी Computers जूड़े होते है वो सभी इस Virus की जद में आ जाते हैं।


Web Scripting Virus 

Web Scripting Virus इस समय काफी चलन में है। क्योंकि इसका यूज Internet पर ही किया जाता है। इस प्रकार के Virus किसी Website पर Link के रूप में Advertisement के रूप में, Photo के रूप में, Video के रूप में Show होते रहते हैं 

और यूजर को ये कुछ इस प्रकार से Show होते है कि एक Normal User उस पर Click करेगा ही करेगा। और जैसे ही कोई यूजर इस पर Click करता है ये तुरन्त ही आपके Computer/ Laptop या Mobile में आ जाते हैं। 

और इसके बाद ये आपके Computer में अनाप-सनाप Software इत्यादि को Install करना आपके Browser से अनाप-सनाप Website पर भेजना शुरू कर देते हैं। और ऐसे-ऐसे पेज पर Redirect करते हैं जिसके बारे में आपको कुछ पता नहीं होता है। 

इस प्रकार के Virus आपके Computer के Background में चलते रहते हैं और हर समय आपको Malicious Sites पर ही भेजने का काम करते है। इसके अलावा इसके और भी लक्षण होते हैं।


Directory Virus

Directory Virus एक बड़ा ही अजीब Virus होता है इसकी हरकतें कुछ ऐसी होती है कि सुन कर हंसी आती है। दरअसल ये वायरस किसी भी File की Path व Location को Change करने का काम करता है। यानि ये Virus किसी File को उसके Original Location से उठाकर किसी अन्य Location लाकर रख देता है।


Space Filler / Cavity Virus

Space Filler जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है कि रिक्त स्थान को भरना। ये वायरस आपके File या Documents के खाली Space को भरने का काम करता है यानि जो रिक्त स्थान आपके File या Documents में बच जाता है वो वहां पर अपने आपको अटैक कर लेता है भर लेता है। ये वायरस आपके Documents / Files को कोई नुकसान नहीं पहुंचाता है और न ही उस File या Documents में कोई बदलाव करता है।


Email Attachment Virus 

इस प्रकार के Virus आपके Email पर ही आते हैं और यही से इनका प्रसार होता है। दरअसल इस प्रकार के वायरस आपके Mail में Unknown Source के माध्यम से आते हैं और इस प्रकार के Mail में कुछ Link दिया गया होता है। जिस पर Click करने को कहा जाता है। 

ये वायरस तब तक सक्रिय नहीं होते हैं जब तक की इस पर Click न किया जाय। और जैसे ही इस पर Click किया जाता है। ये Virus सक्रिय हो जाता है और सक्रिय हो जाने के बाद ये आपके समस्त Contents, Mails, IDs पर अपना Spam Massage भेजना शुरू कर देता है ताकि ये अपने आपको और भी ज्यादा फैला सके।


Append Virus 

ये Virus आपके Program या File के अन्त में अपने Malicious Code को जोडने को काम करता है। और जितनी बार आप उस Affected Files या Documents को Execute करते चले जायेंगे ये उतना ही फैलता जाएगा। और अत्यधिक बार Execute होने पर File की जगह Virus ही Execute होना शुरू हो जाता है। इस वायरस की खास बात यह है कि ये जिस Files या Documents के साथ Attach हो जाता है ये उस File को नष्ट नहीं करता है।


Root Kit Virus 

यह Virus सब Viruses में सबसे खतरनाक Virus होता है। आप इसे सभी वायरसों का बाप भी कह सकते हैं। यह वायरस एक ऐसा Malicious Code वाला वायरस होता है जो बिना आपके जानकारी के आपके Computer में किसी Pirated Software, Program, Utility Tools इत्यादि की आड में चला आता है 

और जैसे ही आप उस Program या Software को Install करते हैं उसी समय उसी के साथ ये भी Install हो जाता है और ये तुरन्त ही आपके OS, Kernel, Bios, Firmware इत्यादि को Target कर उन पर अटैक करता है। 

और कुछ ही समय में ये आपके सिस्टम पर पूर्ण रूप से कब्जा कर लेता है और जब तक आप कुछ समझ पाते हैं तब तक सारा कमाण्ड आपके हाथों से निकल कर उन हैकरों के पास चला जाता है जिन्होने इसे बनाया होता है। और क्युकी इस वायरस को इसी काम के लिए बनाया ही गया होता है ।


तो ये सब थे Virus के प्रकार जिनके बारे में हमने विस्तार से जाना।

अब बात करते हैं Malware के अन्तर्गत आने वाले Worms की


Worms 

Worms क्या होता है? What is Worms?


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Worms एक प्रकार का Malicious Code / Software होता है जो कि Malware के अन्तर्गत ही आता है। यह Virus Self Replicate Virus होता है जिन्हें यूजर द्वारा Execute करने की जरूरत नहीं होती है। यह वायरस बस एक बार किसी सिस्टम में आ जाये इसके बाद ये अपना काम करना शुरू कर देता है। यानि अपनी कापीज बनाता शुरू कर देता है। और धीरे-धीरे करते करते आपके पूरे सिस्टम में फैल जाता है। 


Worms आपके Computer में कैसे आता है?

Worms एक प्रकार का स्वतंत्र वायरस होता है जो Networking, Email, Web Page, Chatting इत्यादि के माध्यम से आपके कम्प्यूटर में आ जाता है। और साथ ही साथ दूसरे कम्प्यूटर में फैलने के लिए फिर से Networking Mail, Chatting इत्यादि का यूज़ करते हैं और साथ ही साथ दूसरे वायरस के लिए Backdoor भी ओपन करते हैं। ताकि आपके कम्प्यूटर को और भी ज्यादा नुकसान पहुचाया जा सके। 


Worms काम कैसे करता है? 

Worms आपके Computer में आने के बाद अपने आप को Self Replicate करना शुरू कर देता है और अपनी कापीज तेजी के साथ बनाता शुरू कर देता है जिस कारण से आपकी Storage Device Full होने लगती है और आपका सिस्टम स्लो वर्क करने लगता है। Worms आपके कम्प्यूटर में आने के बाद खुद को फैलाने के लिए दूसरे कंप्यूटर को भी टारगेट पर रखते हैं ।

उदारहण-

यदि Worms आपके Computer System में आ जाये तो आपके कम्प्यूटर में कुछ इस प्रकार के लक्षण देखने को मिल सकते हैं-

Computer / Laptop का काफी Slow Work करना।

आपके कम्प्यूटर में अपने मन से Photo, Massage इत्यादि Open होना।

बार-बार आपके कम्प्यूटर में Firewall की चेतावनी शो होना।

Computer का Freeze होना Crash होना।

Desktop Icon Change हो जाना

अपने मन से अनाप-सनाप Web Page खुलना।

File इत्यादि का गायब हो जाना या Delete हो जाना।

सिस्टम में Blue Screen Error Show होना।

अपने मन से Massage Send हो जाना।

इसके अलावा और भी बहुत सारे लक्षण देखने को मिल सकते हैं यदि आपके कंप्यूटर में Worms आ जाये तो ।

 

Trojan Horse or Trojan

Trojan Horse or Trojan क्या होता है? What is Trojan?



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Trojan भी एक प्रकार का Malicious Code / Program ही होता है। जो कि आपके सिस्टम के लिए बहुत ही हानिकारक होता है। लेकिन ये बाकी Virus की तरह किसी Software या Program इत्यादि के साथ अटैच नहीं होते है। बल्कि ये खुद अपने आपको Software, Tools इत्यादि की तरह Show करते हैं। Trojan Virus Worms और Virus की तरह Self Replicate नहीं हो सकते हैं। 


Trojan Computer में कैसे आता है?

आपने कभी ध्यान दिया होगा कि जब आप Internet का यूज करते हैं तो आपको किसी-किसी Website पर लुभावने Offers देखने को मिलते हैं

जैसे- 

Click Here to Win Mobile Phone! 

or 

Click Here to Win Lottery! 

or

Click Here to Win Car!  

इसके अलावा 

अपने Computer या Mobile के Speed को Boost करें Click Here

या 

अपने Computer या Mobile Ram को बढ़ाये Click Here 

या 

आपके PC या Mobile में Virus Detect हुआ है Remove करने के लिए यहां क्लीक करें इत्यादि।

और जैसे ही आप वहाँ पर Click करते हैं तो वो तुरन्त आपके Computer / Laptop या Mobile में Install हो जाते हैं और आने के बाद अपना असली रूप दिखाना शुरू कर देता है। 


Trojan काम कैसे करता है? 

जैसा की आपको बताया गया कि Trojan Virus एक ऐसा वायरस होता है जो अपनी पहचान छुपाकर आपके सिस्टम में Enter कर जाता है। यानि ये एक बहरूपिया भेष बदलने वाला Virus होता है जो आपको ये शो कराता है कि वो एक Software, Tools, Anti-Virus इत्यादि है जो आपके System के लिए काफी Important है जबकि ऐसा कुछ नहीं होता है ये तो बस एक छलावा होता है।

असल में ये सभी Trojan Virus होते हैं जो आपको लुभाकर बस आपसे Click करवाना चाहते हैं ताकि वे आपके कम्प्यूटर मे इंस्टाल हो सके और आपको नुकसान पहुचाना शुरू कर सके। 

और तो और ये दूसरे Virus के लिए Backdoor भी ओपन कर सके ताकि और भी वायरस आपके कम्प्यूटर में आये और आपके सिस्टम को और भी ज्यादा नुकसान पहुँचा सके। 

Trojan Virus Remote Access की Permission देता है जिस कारण से कोई भी Hacker आपके सिस्टम को दूर से बैठे-बैठे Access कर सकता है।


Trojan Virus से अपने सिस्टम को कैसे बचाया जाय?

Trojan Virus से अपने सिस्टम को बचाने के लिए कुछ Points हैं जिसे आप Follow जरूर करें 

किसी भी Link, Banner, Ads इत्यादि पर Click ना करें 

Free के Software, Program, Tools, Free Anti Virus इत्यादि को Download न करें ।

एक अच्छे Paid Anti Virus का यूज करें 

अपने Anti-virus और Operating System को हमेशा Up to Date रखें।


Adware 

Adware क्या होता है? What is Adware?



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Adware भी Malware के अन्तर्गत आने वाला एक Malicious Code / Software होता है जो कि आपके Computer में आने के बाद आपको Ads दिखाने का काम करता है।


Adware Computer में कैसे आते है?

Adware आपके Computer में दो तरीके से आते हैं। 

पहला - 

किसी Software के साथ जैसे कि Spyware आता था। दरअसल Adware को भी Developer के द्वारा बनाकर किसी Software या Program के साथ Attach कर दिया जाता है। तो जब यूजर उस Software को Install करता है तो उस Software की आड़ में वो भी Install हो जाता हैं। और इसके बाद आपको Ad दिखना शुरू हो जाता है ।

दूसरा-

आपके Browser को Hijack करके। दरअसल ये आपके साथ तब होता है जब आप किसी Malicious Site पर Visit करते हैं और वहां जाकर आप किसी Link इत्यादि पर Click कर देते हैं और आपके Click करते ही ये Adware आपके सिस्टम में Install हो जाते हैं। और आपके Browser को Hijack करके आपको उल्टे-सीधे Ads दिखाना शुरू कर देते है।

Adware क्या काम करता है?

असल में Adware का काम भी कुछ Spyware Adware की तरह ही होता है। जो आपके सिस्टम में Install होने के बाद आपके Activity पर नजर रखने का काम करता है। 

और आपके सिस्टम में Cookies, Key logger इत्यादि को Install कर देता है और फिर उसी के अनुसार आपके Install को देखते हुए Ads दिखाना शुरू कर देता है।

हालाँकि ये जरूरी नहीं की हर बार आपको आपके Interest के हिसाब से ही Ads दिखाया जाय। 

Adware आ जाने के बाद अक्सर आपत्तिजनक Ads दिखाये जाने लगते हैं जो कि काफी Irritating होते हैं।

Adware को बनाने वाले Developer का मकसद ही यही होता है कि वो हर Computer में इसे Install करें और उनको अनाप-सपान Ads दिखाकर ज्यादा से ज्यादा Revenue Generate करें।


क्या Adware Computer के लिए हानिकारक होता है? Is Adware Dangerous for PC?

निश्चित रूप से Adware आपके लिए काफी खतरनाक हो साबित हो सकता है। क्योंकि ये आपके Personal Information को चुराकर Third Party / Person तक पहुंचा सकता है। आपके Computer के Important Files को Delete तक कर सकता है। 

इसके साथ-साथ ये Malicious Page को आपके Browser में Open कर आपके Computer में और भी Virus को आने का अवसर प्रदान कर सकता है।

लेकिन इसका मेन उद्देश्य यही होता है कि ये आपको ज्यादा से ज्यादा Ads को दिखाकर ज्यादा Revenue Generate कर सके।


Adware से अपने सिस्टम को कैसे बचाया जाय?

Adware से अपने सिस्टम को बचाने के लिए आपको किसी भी Malicious Site पर नहीं जाना है जहां पर इसकी सम्भावना हो। 

क्योंकि ऐसी साइट्स पर जाने के बाद आपके सिस्टम में केवल Adware ही आये ऐसा जरुरी नहीं है दूसरे वायरस भी तो आ सकते हैं जो कि इससे भी ज्यादा खतरनाक हो सकते हैं जो आपको काफी नुकसान पहुंचा सकते है।

किसी भी Link पर क्लीक न करें।

किसी भी Ads, Banner पर क्लीक न करें।

Freeकी चीजों से बचे उससे दुरी बनाये रहें 

Free Software, Program, Free Tools को Download न करें।

और मैं बार बार कह रहा हूँ कि एक Paid Anti-Virus का यूज करिये क्योंकि वो इन्हें आने से पहले ही रोक देगा। और खुद ही इसे रिमूव कर देगा।

अपने Anti-Virus और अपने OS को हमेशा Up-to-date रखें।


Adware आने के क्या लक्षण है और इसे सिस्टम से कैसे निकाला जाय?

Adware के सिस्टम में आ जाने के बाद के कई लक्षण हो सकते हैं-

जैसे-

आपके Browser में अपने आप नये-नये Tab खुलने जायेंगे और वो आपको अपत्तिजनक साइट पर  ले जायेंगे ।

आपके PC Background में नये-नये Tabs Open हुए पड़े रहेंगे। जिन्हें आप बार-बार बन्द करते चले जाएंगे और वो बार-बार खुलते चले जाएंगे।

इसके साथ-साथ आपके Computer में अपने मन से नये-नये Software, Tools भी Install होने लगते है। और आप उसे हटा भी देंगे तो वो फिर से Install हो जायेंगे।

इसके साथ-साथ वो नये-नये Viruses के लिए Back Door Open भी करते हैं। ताकि आपके सिस्टम को और भी ज्यादा नुकसान पहुचा सकें।

Adware आपके सिस्टम में आने के बाद आपके Activities पर भी नजर रखते हैं और आपके समस्त Activity को Cookies, Key logger इत्यादि की मदद से Record भी कर सकते हैं 

जिसमें आपका User Name, Password, Bank Details इत्यादि हो सकते हैं। जिसे वो अपने मालिक को Send कर सकता है।

इसके अलावा आपके सिस्टम में और भी बहुत प्रकार के लक्षण दिख सकते हैं जो कि काफी अजीब हो सकते हैं।


अब बात आती है कि Adware को कैसे Remove किया जाय?

तो देखिए यदि आपके सिस्टम में Adware आया है तो इसका सीधा सा मतलब यही निकलता है कि आप अपने सिस्टम में किसी भी Anti-Virus का यूज नहीं करते हैं।

या करते भी हैं तो आप जानबूझकर उसे अपने सिस्टम में आने की परमिशन देते हैं जबकि आपका Anti-Virus ऐसे Site को Open करने पर आपको Warn करता है या उस Site को Auto Block कर देता है तो आप ऐसा बिलकुल भी करें 

अपने Anti-Virus को always up-to-date रखें ताकि आपका Anti-Virus हर Security Patches से up-to-date रहें।

और समय-समय पर अपने सिस्टम को Full Scan करें ताकि किसी भी प्रकार का Virus इत्यादि हो तो वो Detect हो जाए। और साथ ही साथ अपने Operating System को भी Up to Date रखें ।


Spyware

Spyware क्या होता है? What is Spyware?


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Spy मतलब जासूस। ये Virus एक ऐसा Virus होता है जो आपकी जासूसी करता है। और इसे Specially Computer यूजर के हर एक Activities पर नजर रखने हेतु बनाया गया होता है। 

Spyware का काम आपकी नीजि जानकारी चुराना होता है। और उसे अपने बाॅस तक जिसने इसको बनाया होता है उस तक पहुंचाना होता है।


Spyware Computer में कैसे आता है?

Spyware एक बहुत ही छोटा सा Coding Program होता है जिसे हमारे सिस्टम में Crack Software या Program के माध्यम से Install कराया जाता है। 

जैसा कि आप जानते हैं कि आज के समय में हर प्रकार के Software आपको Online Free में मिल जाते हैं। बिना एक भी पैसा दिये हुए। चाहे वो Operating System हो, MS Office हो या कोई अन्य Software हो।

लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि ये सभी हमें Free में क्यों मिल जाते हैं जबकि कम्पनी उन्हीं Softwares को हजारों रूपये में बेचती है। 

लेकिन यहाँ पर सब Free में कुछ तो बात होगी जो हमें ये सब Free में मिल मिल रहा है। 

तो बस यही पर इन Hackers / Developers ने अपना दिमाग लगा दिया है। दरअसल ये Hackers सभी प्रकार के Softwares को Crack कर उनमें Spyware को डालकर उसे Unauthorized / Unknown Sites पर डाल देते हैं।

और जब हम उन Softwares को Download कर अपने Computer में Install करते हैं तो साथ में वो भी Install हो जाते हैं। और उसी समय से ये हमारे Activity पर नजर रखना शुरू कर देते हैं।


Spyware काम कैसे करते हैं?

जिस प्रकार हम अपने दैनिक जीवन में अपने घरों, आफिसेज इत्यादि को सुरक्षित रखने हेतु CCTV Camera लगवाते हैं ताकि हम हर चीजों पर हर समय निगरानी रख पायें। 

लेकिन आज के समय में किसी के पास इतना समय नहीं है कि वो हर समय CCTV की Recording को देखता रहे इसलिए CCTV Camera की Recording के लिए उसमे Storage Device (Hard Disk) यूज़ किया जाता है ताकि जरूरत पड़ने पर उसे फिर से देखा जा सके।

उसी प्रकार Spyware भी आपके सिस्टम में आने के बाद यही काम करता है यानि आपके समस्त Activity की Recording 

जैसे - 

आप कब क्या कर रहे हैं। 

कौन-कौन सा बटन दबा रहे हैं ।

किस-किस साइट पर जा रहे है। 

वहां पर आप क्या कर रहे हैं। 

किस-किस Sites पर जाकर आपने अपना Account Open किया आपने वहाँ जाकर क्या User Name डाला, क्या Password डाला। 

आपके Facebook की ID-Password क्या है, आपके Email की ID-Password क्या है इत्यादि चीजों को हर समय Record करता रहता है और आपको पता भी नहीं चलता है। 

यानि Computer On होने से लेकर Shut Down होने तक आपने जो-जो भी किया होता है वो सब इसके पास Record होता रहता है।

अच्छा, फर्क तब तक नहीं पड़ता है जब तक आपका  सिस्टम को Internet से Connect न हो। लेकिन जैसे ही आप अपने सिस्टम को Internet से Connect करते हैं  ये तुरंत सभी Recorded चीजों को अपने मालिक जिसने इसे बनाया होता है उसको Send कर देता है। 

इस प्रकार Hackers आपके सभी जरुरी चीजों को जान जाते हैं और उसका मिसयूज करते हैं। और आपको नुकसान पहुंचाते है।

Spyware आपके किसी File या Folder की Copy नहीं बनाता है और न ही आपके किसी File को नष्ट करता है। 

Spyware अपने से किसी दूसरे Computer में नहीं फैल सकते हैं क्योंकि ये किसी न किसी Software या Program के साथ Attach होते हैं। 

तो जिस-जिस Computer में इस Pirated Software or Program को Install किया जायेगा उस-उस Computer में ये अपना काम करता रहेगा। 


Spyware  से अपने सिस्टम को कैसे बचाया जाय?

Spyware से अपने सिस्टम को बचाने के लिए कुछ Points हैं जिसे आप Follow जरूर करें 

Spyware से अपने सिस्टम को बचाने के लिए आपको किसी भी Malicious Site से किसी भी Free के Software, Program इत्यादि को Download नहीं करना है।

एक अच्छे Paid Anti Virus का यूज करना है।

अपने Anti-virus और Operating System को हमेशा Up to date करना है।

Malicious Site से कोई भी Software, Program Download से जरुरी नहीं है कि Spyware ही आये दूसरे प्रकार के भी Virus आ सकते हैं जो आपके लिए और भी ज्यादा खतरनाक हो सकते हैं।


Ransomware -

Ransomware क्या है? What is Ransomware?


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Ransomware एक प्रकार का Malicious Code /Program होता है जिसे Execute करने भर की ही देरी होती है उसके बाद तो ये खुद ही बतायेगा कि ये क्या चीज है। 

Ransomware Virus ये अभी तक के सभी Viruses में से सबसे खतरनाक वासयर होता है। आप इसे सभी Viruses का बाप कह सकते हैं। 

इस Virus को बनाने का सिर्फ एक ही मकसद है और वो है पैसा कमाना।

क्योंकि इसका नाम ही है Ransomware। अब चुंकि नाम ही Ransom है तो काम कैसा होगा। 

Ransomware दो Word से मिलकर बना है-

Ransom + Ware 

Ransom मतलब फिरौती

और Ware मतबल Software

यानि फिरौती वाला Software 

इस Virus को बनाने वाले Developers या Hackers इसे सीधे तौर पर आपके Computer, Laptop, Mobile इत्यादि में नहीं डाल सकते हैं इसलिए ये नाना प्रकार के तरीके अपनाते है। बस आपके सिस्टम में किसी तरह से घुसना चाहते हैं और फिर इनकी नौटंकी शुरू होती है। 


Ransomware System में  कैसे आता है?

जैसा कि आपको बताया गया कि Ransomware आपके Computer System में Direct नहीं आते हैं बल्कि ये दुसरे Viruses का सहारा लेते हैं। जैसे-Spyware या Trojan 

इसके साथ-साथ ये Software / Program इत्यादि का भी सहारा लेते हैं।

आज जमाना Internet का है और आज हर आदमी Internet का यूज कर रहा है। और आज हमारी Mentality ये हो चुकी है कि हम लोग Free की चीजों को देखते ही उसके चक्कर में पड़ जाते हैं। जैसे- Free का Software, Free का Tools, फ्री का Program इत्यादि।

जैसे-

Hackers Ransomware को आपके Computer में Install करने के लिए आपको Spam Mail मेल भेजते हैं जिसमें कुछ लुभावने आफर इत्यादि के साथ एक Link भी अटैच होता है। 

बस जैसे ही आप उस लिंक पर क्लीक करते हैं वो Code तुरंत ही आपके Computer में Auto Run हो  जाता है। और वो जल्दी से जल्दी आपके C Drive को अपने कब्जे में लेने की कोशिश में लग जाता है और आपके सिस्टम का एक्सेज जल्दी से जल्दी उन Hackers तक पहुंचने की कोशिश करता है। 

और फाइनली दे ही देते हैं क्योकि ये सब इतनी तेजी के साथ होता है कि हमें पता भी नहीं चलता है और काम हो जाता है।

इस प्रकार के Malicious Code Execute होने के बाद आपके Anti-virus / Firewall को भी Bypass / Disable कर देते हैं 

इसके अलावा आपको Online बहुत प्रकार के भ्रामक, लुभावने Ads, Banners Show होते रहते हैं जैसे- 

आपके Computer में Virus आ गया है यहां पर Click करें और अपने Computer के Virus को Remove करें।

अपने Phone की Ram कम हैं यहां क्लीक करें और अपने Phone की Ram को बढ़ाए। 

अपने Phone के Speed को Boost करें Click Here।

तो इस प्रकार के बहुत सारे लुभावने Banner / Ads इत्यादि आपको Internet पर देखने को मिल जाते हैं। और यही नहीं लोग उन चीजों पर Click भी करते हैं। और Hackers का काम आसान करते हैं।

इस चक्कर में उन्हें कुछ मिलता तो नहीं बल्कि उल्टा अपना ही नुकसान करा बैठते हैं।

ये सब Ads वगैरह एक छलावा होता है उन्हें तो इसकी आड़ में आपके सिस्टम में Virus डालना होता है। 

अब बहुत सारे लोग ऐसे भी होते हैं जो इनके बारे में जानते हैं तो ऐसे लोग इन चीजों पर कभी Click नहीं करते हैं। तो ऐसे लोगों को कैसे Target किया जाय? इसके लिए उन्होने Crack Software का सहारा लिया। 

आज जमाना Computer का है। और आज के समय में Computer के लिए ऐसे-ऐसे Softwares आ चुके हैं जिनका कोई जवाब नहीं। 

लेकिन वो Software काफी महंगे भी हैं जिन्हें हर कोई Afford नहीं कर सकता है। और Hackers इन चीजों को नोटिस कर चुके हैं इसलिए वो इन Software को Crack करके उसे Free में Online Upload कर देते हैं। 

जैसे- Photoshop, Video Editing Software, 3D Software, Word इत्यादि। 

तो वो ऐसा क्यों करते हैं क्या वो आपके रिश्तेदार हैं, नहीं न। तो फिर।

दरअसल वो उन Softwares को Crack करके उसमें Virus को Attach कर देते हैं। जैसे-Tojan, Spyware और Ransomware इत्यादि।

Hackers इन Softwares को ज्यादातर Unauthorized Websites पर Upload करते हैं जैसे-Torrent

हालांकि कुछ Website ऐसी हैं जहां पर जाकर लोग तरह-तरह के Software इत्यादि Download करते हैं और बिना किसी दिक्कत परेशानी के उसे यूज भी करते हैं।

ये बात अलग है कि आपको कोई दिक्कत देखने को नहीं हो रही है। 

लेकिन आप खुद सोचिए की कोई भला इतने महंगे Software को Free में आपको क्यों देगा। कुछ तो रिजन होगा। कोई तो बात होगी। 

Any way ये आपके उपर है कि आपको क्या करना है।

चलिए, अब हम जानते हैं कि 


Ransomware क्या काम करता है?

जैसा कि आपको बताया गया कि Ransomware Direct आपके Computer में नहीं आते हैं। ये दुसरे Softwares /Tools की हेल्प लेते हैं। 

Tools की हेल्प से कैसे आता है वो हम जान चुके हैं अब हम Software वाले के बारे में जानेंगे।

तो जब हम एक Unauthorized Site से किसी Crack Software को Download करते हैं और उसे Install करते हैं तो उसके साथ वो Ransomware वाला Code भी Execute हो जाता है। 

इसके बाद ये तुरन्त आपके C Drive पर अटैक करता है और Hack करने के लिए उस Code में जितने भी Command बनाये गये होते हैं वो सब Run हो जाते हैं। और आपके C Drive में पुरी तरह से फैल जाते हैं।

इसके बाद आपका Computer Hackers से Connect हो जाता है। और Hackers आपके सिस्टम को Encrypt कर देते हैं। और उसके बाद से आपके PC पर Hackers  का कब्जा हो जाता है।

और इसके बाद Hackers आपको Blackmail करते हैं। आपको धमकी देते हैं कि आपका Computer अब हमारे कब्जे में हैं आप हमें इतने पैसे दीजिए नहीं तो हम आपकी Files को Delete कर देंगे। हम आपकी Personal चीजों को Online Leak कर देंगे।

और इस प्रकार आपका Computer आपका होने के बाद भी आपका नहीं होता है।

Ransomware कितने प्रकार के होते हैं? Types of Ransomware?

Ransomware 2 प्रकार के होते है।

पहला - Encrypting Ransomware 

दुसरा - Screen Locker Ransomware


Encrypting Ransomware -

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इस Ransomware के आन के बाद आपके सिस्टम के समस्त File / Folder, Photo, Video, Software, Tools जो भी उस सिस्टम में होगा वो सब Encrypted हो जाते हैं। यानि आप उन चीजों को यूज नहीं कर सकते हैं। 

आपको सभी चीजें दिखेंगी लेकिन उनमें से कोई भी चीज आप काम में नहीं ले सकते हैं। इसको Decrypt करने के लिए आपको Hackers को पैसे देने होते हैं।

आप खुद से अपने सिस्टम को Decrypt नहीं कर पायेंगे।


Screen Locker Ransomware -

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ये वाला Ransomware पिछले वाले से भी एक कदम आगे है। ये Ransomware आपके System में आने के बाद ये आपके सिस्टम को ही Lock कर देता है। यानि आप जब भी अपना सिस्टम On करेंगे आपको Screen पर एक Wallpaper Type का दिखाई देगा और उसमें आपको Massage Show होगा कि आपका Computer Hack कर लिया गया है।

यानि आप अपने कम्प्यूटर के अन्दर जा ही नहीं पायेंगे।

और फिर उनकी तरफ से आपको धमकी वगैरह दिया जायेगा कि आपका डाटा डिलीट कर दिया जाएगा। या आपके पर्सनल चीजों को आनलाईन लीक कर दिया जाएगा। 

इसलिए उन्हें इतने पैसे दिये जाए तब जाकर वो आपके कम्प्यूटर को पहले की तरह कर देंगे।

इसके अलावा एक Ransomware और होता है जिसका नाम Scare ware होता है। इस वायरस के आ जाने के बाद आपके कम्प्यूटर में तरह-तरह के Pop-up Page Open होने लगते हैं जैसे-आपके Computer में वायरस Detect हुआ है। इस Anti-virus को Download करें।

तो ये Ransomware आपको डराने के परपज से बनाया जाता है। और इस प्रकार आपको डरा कर आपसे पैसा कमाना इनका मकसद होता है।


Ransomware से कैसे बचा जाय?

Ransomware से बचने का सबसे बड़ा और अच्छा तरीका यही है कि आप सावधानी बरतें।

जैसे-

फालतू की Sites पर न जाय।

Unknown Link पर क्लीक न करें।

Unauthorized Websites पर न जाय।

Crack Software / Tools को Download न करें।

Spam Link Open / Click न करें।

किसी भी लुभावने आफर के चक्कर में न पड़े।

Pen Drive वगैरह को बहुत ही सावधानी से Scan करके यूज करें।

अपने PC के Firewall को On रखें

Free के Anti Virus के चक्कर में न पड़े बल्कि हो सके तो एक अच्छा Paid Anti-virus का यूज करें।

क्योंकि यदि आपका ध्यान इन सावधानियों से हटा, 

समझों आपका Computer Virus से पटा।


Q & A

क्या हर प्रकार के Computer के लिए हानिकारक होते है?

जी बिल्कुल, Virus चाहे जैसा भी हो। वो एक पीसी के लिए हानिकारक ही होता है।


क्या Virus हमारे Physically भी Damage कर सकते हैं?

अभी तक ऐसे वायरस के बारे में जानकारी नहीं है जो आपके पीसी को फिजिकली नुकसान पहुचा पायें।


क्या Virus की वजह से Computer Slow चलता है?

बिल्कुल, यदि आपके सिस्टम में Virus आ जाये तो ये आपके Computer को Slow बना देता है।


क्या Trojan Virus सबसे खतरनाक Virus होता है?

Virus चाहे कोई भी हो, होता तो खतरनाक ही है। लेकिन यदि हम बात Trojan की करें तो ये भी काफी खतरनाक होता है लेकिन ये और भी ज्यादा खतरनाक हो सकता है यदि इसके पीछे Ransomware हो तो। और Ransomware क्या -क्या कर सकता है ये आप जान ही चुके हैं।


क्या Hackers को पैसे देने पर ये आपके सिस्टम को रिलीज़ कर देते हैं?

ये कोई भी Confidence से नहीं कह सकता है कि पैसे मिलने के बाद Hackers आपका Computer Release कर देंगे उसको पहले जैसा कर देंगे हो सकता है कि वो और भी पैसे की मांग करे या हो सकता है कि पैसे मिलने के बाद भी वो आपके Computer को Release न करें बल्कि आपके Personal चीजों को Leak कर दे।

तो कुछ कहा नहीं जा सकता है तो इसका सीधा सा उपाय है कि आप अपने Computer का Backup दूसरे Hard Drive में जरूर रखे ताकि ऐसी Situation आने पर आप वह से Backup ले सके। 


क्या Adware Ransomware से ज्यादा खतरा पहुंचा सकता है?

Adware Ransomware की तरह खतरनाक तो नहीं होता है लेकिन ये दुसरे खतरनाक Viruses के लिए Backdoor जरूर Open करता है।


क्या Ransomware को निकाला जा सकता है?

Ransomware को एक आम यूजर नहीं निकाल सकता है। क्योंकि Hackers बहुत ही शातिर होते हैं। उनके Encryption को तोड़ना काफी मुश्किल भरा काम होता है। लेकिन नामुकिन नहीं।

इस काम को Professionals / Experts ही कर सकते हैं लेकिन इसके बदले में वो आपसे काफी पैसे और समय ले सकते हैं।


क्या Ransomware का Attack एक नार्मल यूजर पर भी हो सकता है?

निश्चितरूप से, Ransomware का Attack किसी पर भी हो सकता है। लेकिन Hackers ज्यादातर बड़े फर्म, बड़ी-बड़ी कम्पनी, सरकारी संस्थानों को टारगेट करते हैं जहां पर उन्हें अधिक फायदा हो।


Conclusion -

अभी तक हमने जाना कि Virus क्या होता है। और ये हमें किस-किस प्रकार से नुकसान पहुंचा सकता है। साथ ही इससे बचने के उपाय और सावधानी के बारे में भी जाना। 

अंत में यही कहना चाहूंगा कि Virus चाहे जैसा भी हो होता तो Virus ही है। और सिस्टम में आने के बाद करता परेषान ही है। और कुछ Virus ऐसे भी होते हैं जो आपके System आ भर जाए उसके बाद तो आपका Security System जैसे - Anti Virus, Firewall इत्यादि होने के बावजूद आप उसके शिकार हो जाते हैं ।

तो सावधानी बरतें और अपने सिस्टम को सेफ रखें 


यदि आप अपने Computer को इन तमाम Viruses से Protect करना चाहते हैं तो कुछ Reputed Antiviurs  Online उपलब्ध है जिन्हें आप अपने Computer में Install कर अपने सिस्टम को प्रोटेक्ट कर सकते हैं ।


उम्मीद है कि Virus के बारे में दी गई विस्तृत जानकारी आपको अच्छे से समझ आ गई होगी।

और आपके सारे Doubt Clear भी हो गये होंगे। लेकिन फिर यदि कोई प्रश्न आपके दिमाग में है तो हमें जरूर बतायें।

मिलता हूं आपसे एक नये Topic के साथ तब तक के लिए Good Bye ।


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