DDR1 DDR2 DDR3 DDR4 Ram in Hindi



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What is DDR-1 DDR-2 DDR-3 DDR-4 in Hindi

दोस्तों, आपने कभी न कभी DDR1, DDR2, DDR3, DDR4 के बारे में जरूर सुना होगा। क्योंकि जब भी एक Computer Built करने की बात आती है तो ये प्रश्न आपके सामने जरूर आता है। तो आपके मन में सवाल भी उठता होगा कि ये DDR क्या है? और ये 1, 2, 3, 4 क्या है?
तो चलिए दोस्तों आज के इस पोस्ट में हम जानते हैं कि DDR क्या है? और इसके साथ ये 1, 2, 3, 4 क्या है?


नोट-Ram क्या है? कैसे काम करता है? और कितना Ram हमारे लिए ठीक रहेगा?
इन सबके बारे में हम अपने पिछले पोस्ट में जान चुके हैं। यदि आपने उस पोस्ट को नहीं देखा है तो आप उसे जरूर देखें ताकि इस पोस्ट को समझने में आपको और भी आसानी हो।


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तो चलिए चलते हैं अपने टाॅपिक पर -
DDR और इसके Generation को जानने से पहले आइये एक नजर हम Ram की History पर डाल लेते हैं-
1947 में 1st RAM को Introduced किया गया था। लेकिन तब इसका नाम Ram नहीं बल्कि Williams Tube था। ये Ram उस वक्त CRT (Cathode Ray Tube) का यूज करके Data को Electrically Charge था। और उस वक्त इसकी Capacity कुछ सौ से लेकर हजार तक ही होती थी। जो आज के हिसाब से देखा जाय तो कुछ भी नहीं है, लेकिन उस वक्त के हिसाब से बहुत ज्यादा था और बहुत फास्ट भी।


उसी साल एक और Ram को Invent किया गया था जिसका नाम Magnetic Core Memory। ये किसी भी Data को Magnetic तरीके से Store करता था। दरअसल इसमें छोटे-छोटे Metal Rings और Wire की ममद से इन्हें आपस में Connect कर Magnetic Power Generate किया जाता था।


लेकिन जिस Ram को आज हम यूज करते हैं या जानते हैं, इस Ram का Invention साल 1968 में किया गया था। इस Ram में Transistors का यूज किया गया था जिस कारण ये Ram पहले वाले सभी Ram से बहुत ही Fast बना। इस Ram को DRam के नाम से जाना गया। अब चुंकि DRam कुछ Limitations थी।


लेकिन इस Ram में एक सबसे बड़ी कमी ये थी कि ये Ram CPU Clock के साथ Synchronized नहीं था और इसलिए CPU Ram में चल रहे Activities को ठीक से समझ नहीं पाता था। किसी भी Data के Exact Timing की जानकारी नहीं कर पाता था। और ये उस वक्त एक बड़ी प्राॅब्लम थी।


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फिर 1993 में DRam को CPU Clock Speed के साथ Synchronized किया गया। अब CPU के पास Ram में चल रही हर Activity की सटीक जानकारी होती थी। इस Ram को SDRam (Synchronized Dynamic Random Access Memory) के नाम से जाना गया। इस रैम को SDR यानि Single Data Rate के नाम से भी जाना जाता है।


अब चुंकि तेजी से बदलाव को दौर शुरू हो चुका था। इसलिए SDR Ram भी अपनी Maximum Limit तक जल्द ही पहुंच गया। क्योंकि SDR Ram अपने हर Rising Edge में केवल एक Single Data ही Transfer कर पाता था।


इसलिए सन् 1998 में DDR मतलब Double Data Rate को Introduced किया गया। ये Ram अपने हर Rising Edge के साथ Double Data Transfer करता था। इस Ram में पिछले वाले सभी Ram के मुकाबले बहुत ही ज्यादा Improvement किया गया था। जैसे- High Frequency, High Data Transfer Rate, High Capacity इत्यादि। लेकिन सबसे पहले DDR को SDRam के साथ लांच किया गया।


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फिर सन् 2000 से DDR के 1st Generation की शुरूआत हुई।
DDR Ram को DIMM भी कहा जाता है। DIMM मतलब Double In-line Memory Module।
DDR के पहले वाले Ram को SIMM Ram कहा जाता था। SIMM मतलब Single In-Line Memory Module।


DDR Ram में अभी तक कुल 4 Generations आ चुके हैं। जिसमें DDR1, DDR2, DDR3 और DDR4 है।
DDR Ram के प्रत्येक Generation में Speed Wise, Frequency Wise कई Series लांच किये गये थे।


इसी की बात हम ऊपर Starting में कर रहे थे।
चलिए बारी-बारी सभी के बारे में जानते हैं-


DDR-1


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DDD-1 को सन् 2000 में लाया गया था। हालांकि पहले DDR को SDRam के साथ लाया गया था। लेकिन उसे DDR के किसी Generation के तौर पर नहीं देखा गया। बाद में सन् 2000 में DDR को Individual DDR के नाम से लांच किया गया।


DDR-1 Ram में कुल 188 Pins होते थे और इस Ram का Volt 2.5 हुआ करता था। DDR Gen-1 में Speed Wise, Frequency Wise कुल 4 Ram Introduced किया गया था जो कि प्रायः ये थे-


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इससे पहले के Ram Speed Wise और Frequency Wise अधिकतम 133 MHz ही हुआ करते थे। DDR में SDR के मुकाबले Data Double Speed से Transfer करने की क्षमता थी। SDR Ram अपने हर Rising के साथ एक ही Data Transfer करता था। लेकिन DDR में ये Double था।


लेकिन जैसा कि आप जानते हैं कि समय के साथ हमें कोई भी चीज Slow लगने लगती है और फिर हमें और भी ज्यादा Speed की चाह हो जाती है।


इसलिए 2003 में DDR के 2nd Generation को लाया गया। जिसमें Data Double नहीं 4 गुना Speed से Transfer होता था।


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DDR-2


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DDR-2 Ram में कुल 240 Pins हुआ करता था और इस Ram का Volt 1.8 हुआ करता था। DDR के 2nd Generation में कुल 5 Ram को Introduce किया गया। जो कि प्रायः ये थे-


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समय के साथ इस Generation की Ram की Speed भी कम पड़ने लगी।
इसलिए 2007 में DDR के 3rd Generation को लाया गया। इस Ram में Data 8 गुना Speed से Transfer होता था।


ध्यान दें-
DDR के हर नये Generation में Ram के Transistors को पहले की तुलना में छोटा कर दिया जाता था और इसकी संख्या पहले की अपेक्षा और भी बढ़ा दी जाती थी। जिस कारण से Frequency बढ़ जाती थी।


इसके साथ ही हर नये Generation में इसके Bus Speed को भी पहले की तुलना में Double Speed किया जाता था। Bus Speed मतबल कोई भी Data जो Ram से CPU और CPU से Ram तक जिस Route से Travel करता है उसे Bus or Bus Speed कहा जाता है। इसी के द्वारा इनके स्पीड को कन्ट्रोल किया जाता है।


तो आपको इस बात पर विशेष ध्यान देना होगा कि Ram की Speed, Frequency हर नये Generation में पिछले वाले से Double होगी। और साथ ही Bus की Speed भी।


DDR-3

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DDR-3 Ram में कुल 240 Pins हुआ करता था और ये Ram 1.5 Volt का था। DDR के 3rd Generation में कुल 5 Ram को Introduce किया गया। जो कि प्रायः ये थे-


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समय के साथ इस Generation की Ram की Speed भी कम पड़ने लगी।
इसलिए 2014 में DDR के 4th Generation का लाया गया। इस Generation में Data 16 गुना Speed से Transfer होता था।


DDR-4
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DDR-4 Ram में कुल 288 Pins होता है और ये Ram 1.2 Volt का होता है। DDR के 4th Generation में कुल 7 Ram को Introduce किया गया है जो कि प्रायः ये थे-


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आने वाले भविष्य में DDR-5 भी आयेगा जो DDR-4 से भी ज्यादा Fast होगा। हालांकि अभी मार्केट में आया तो नहीं है लेकिन 2020 में ही आने की सम्भावना है।


ध्यान दें-
यहां पर कोई भी Ram Backward Compatible नहीं था। ऐसा बिल्कुल भी नहीं है कि आप किसी भी Generation के Ram को किसी भी Generation में लगा देंगे। जैसे-DDR-2 को DDR-3 में लगा देंगे या DDR-3 को DDR-2 में लगा देंगे। क्योंकि सभी Ram में जो कट का Mark होता है नाॅच भी बोलते हैं अलग-अलग स्थान पर होता है, इसलिए वो एक का दूसरे Generation में बैठेंगे ही नहीं। यानि जिस Generation का Ram उसी Generation के Slot में लगेगा।


हां, आप किसी भी एक Generation के सभी Ram को उसी Generation के Slots पर लगा सकते हैं। जैसे-आपके पास DDR-3 Generation Supported Motherboard है तो आप उस Generation के सभी Ram को उस Slot पर लगा सकते हैं। वहां पर वो सभी काम करेंगे।


लेकिन वो Motherboard सभी Frequency के Ram को Support करें ऐसा जरूरी नहीं है। मतलब कोई भी Motherboard जिस भी Generation का हो वो केवल 2 या 3 Frequency वाले Ram को Support करती है।
जैसे-कोई Motherboard DDR-3 Ram के 1333 और 1600 Frequency वाले Ram को Support करता है और आपने वहां 1866 या 2133 Frequency वाला Ram लगा दिया है तो वो Ram 1333 या 1600 वाली Frequency पर वर्क करेगा ना कि 1866 या 2133 पर। क्योंकि उस Motherboard को उसी Frequency के Ram को Support करने के लिए बनाया गया होता है। तो ऐसे में High Frequency की Ram वहां लगाने का कोई मतलब नहीं है।


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कभी-कभी किसी Ram पर आपको DDR के स्थान पर PC लिखा मिलेगा जैसे-PC-1600 या PC-3200 या PC-6400 इत्यादि। तो इसमें PC के बाद का नम्बर आपके Ram की Frequency होती है।


यदि आप उस Ram का Generation जानना चाहते हैं तो आपको उस PC के बाद के अंक को 8 से भाग (0000/8) दे देना होगा जो अंक आयेगा उसे ऊपर दिये Ram Generation से Match करना होगा। इस प्रकार आप उस Ram के Generation का पता लगा पाएंगे।


Motherboard पर Supported Ram Frequency Module के बारे कैसे पता करें? कैसे पता करें कि कौन-कौन सा Ram Motherboard पर Supported है?
इसके लिए आपको Motherboard को Study करना होगा या Specification को देखना होगा।
यदि नहीं हो पा रहा है तो आपको Motherboard Company के Site पर जाकर चेक करना होगा। इनमें से कहीं न कहीं से आपको जानकारी जरूर मिल जाएगी।


Motherboard के Slot को देखकर Ram के Generation का पता कैसे लगायें?
बहुत ही आसान है। अभी ऊपर आपने जाना कि हर Generation के Ram का Voltage अलग-अलग होता है। यदि आप जानना चाहते हैं कि मेरे Motherboard पर कौन से Generation का Ram लगेगा तो इसके लिए आपको अपने Motherboard के Ram Slot के Cut वाले Mark के ऊपर बारीकी से देखना होगा, वहां आपको बहुत ही छोटे शुक्ष्म अक्षरों में Ram का Voltage लिखा हुआ दिखाई देगा । इससे आप आसानी से पता लगा पायेंगे कि कौन-सा Ram उस Particular Motherboard में लगेगा।



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जैसे-यदि उस Slot पर 1.8 लिखा हुआ है तो वहां पर DDR-2 Ram लगेगा। और यदि 1.5 लिखा मिलेगा तो मतलब वहां पर DDR-3 Ram लगेगा। 1.2 है तो वहां पर DDR-4 Ram लगेगा। तो इस तरिके से आप अपने Motherboard पर लगने वाले Ram के बारे में पता कर सकते हैं।


तो आज के इस पोस्ट में हमनें जाना कि DDR Ram क्या होता है। Generation क्या होता है। Speed और Frequency क्या होती है इत्यादि।


Conclusion-

DDR-1 और DDR-2 Ram तो Outdated हो चुके हैं शायद आपको कहीं DDR-2 देखने को मिल भी जाए लेकिन DDR-1 Completely बंद हो चुका है। अभी मार्केट में DDR-3 और DDR-4 चलन में हैं लेकिन जल्द ही DDR-5 के आ जाने के बाद धीरे-धीरे DDR-3 भी Outdated हो जाएगा।


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SDR (Single Data Rate) के बाद अभी DDR (Double Data Rate) चल रहा है लेकिन आने वाले भविष्य में QDR (Quad Data Rate) भी आयेगा जो DDR से भी दोगुना फास्ट Work करेगा।
तो ये क्रम ऐसे ही चलता रहेगा। इसलिए जब भी नया सिस्टम बिल्ट करवाये तो उस समय का Latest Generation को ही चुनें।


उम्मीद है आपको सभी चीजें अच्छे से समझ आयी होंगी।
पोस्ट अच्छी लगी हो तो इसे शेयर करें। और यदि कोई सवाल या सुझाव हो तो नीचे कमेण्ट करें।
इसी के साथ मै शमीम अहमद आपसे विदा लेता हूँ। इस पोस्ट पर अपना कीमती वक्त देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।

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